सावन माह अपने आप में कई खुशियाँ लेकर तो आता ही है साथ ही में भगवान शिव भी अपने भक्तो से प्रसन्न रहते है, और भक्तो की मनोकामनाएं पूरी करते है, और अगर इसी के साथ आप पर यदि माँ लक्ष्मी की कृपा भी बन जाए तो मनुष्य को और क्या चाहिए, आपकी इसी इच्छा को पूरी करने के लिए हम आपके लिए ऐसे व्रत की जानकारी लाये है जो की सावन में किया जाता है |
दरअसल हम बात कर रहे है माँ लक्ष्मी के व्रत जिसे वरलक्ष्मी व्रत के नाम से जाना जाता है, इस व्रत को सावन के अंतिम शुक्रवार के दिन किया जाता है, माना जाता है की जो कोई भी इस व्रत को करता है, उस व्यक्ति के जीवन से धन संबंधी सभी परेशानिया स्वतः ही समाप्त होने लगती है और उस पर माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है |
क्या है व्रत का महत्व
सावन में किये जाने वाले माँ लक्ष्मी के इस व्रत का बहुत ही अधिक धार्मिक महत्व है, ऐसा माना जाता है की दीपावली जो लक्ष्मी पूजन करने पर जो पुण्य और फल प्राप्त होता है वही फल इस व्रत के करने पर प्राप्त होता है, इस व्रत को सच्चे मन से करने वाले से माँ लक्ष्मी जरूर प्रसन्न होती है, और उसके जीवन से गरीबी के साथ साथ सभी दुःख खत्म कर देती है, और यदि कोई आपसे लिए हुए पैसे वापस नहीं कर रहा है तो ये व्रत करने के बाद आपके पैसे भी जल्द ही आपके पास आ जायेंगे |
यह है पूजन की विधि
वरलक्ष्मी का यह व्रत सामान्यतः महिलाओं द्वारा किया जाता है, आप जब ये व्रत करे तो सबसे पहले सवेरे स्नान करे और फिर घर में बने मंदिर की सफाई करे और फिर माँ लक्ष्मी और गणेश जी को लाल कपडे पर विराजित करे, उसके बाद माँ लक्ष्मी को शृंगार का सामान अर्पित करे और गणेश जी को दूब घास अर्पित करे, जिस प्रकार तुलसी का संबंध भगवान् विष्णु से है उसी प्रकार दूब घास का संबंध गणेश जी से है | इसके बाद एक देसी घी का दीपक जलाये और फिर शाम को माँ लक्ष्मी और गणेश जी को मिठाई का भोग लगाए और उनकी आरती करे, इसके पश्चात कन्याओ को भोजन कराये और फिर अगले दिन सुबह स्नान के बाद अपना व्रत खोले, अगर आप चाहे तो किसी प्रकार का दान भी कर सकते है |
अगर आप सच्चे मन से ये व्रत करेंगे तो माँ लक्ष्मी आपसे जरूर प्रसन्न होगी और अपनी कृपा दृष्टी आप पर बनाये रखेगी |